प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा है कि वे होली नहीं मनाएंगे।
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" alt="" aria-hidden="true" />प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा है कि वे होली नहीं मनाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके साथ-साथ उनके मंत्रिमंडल के लोग और सभी विधायक भी इस साल होली नहीं खेलेंगे। हालांकि उन्होंने इसके लिए कोरोनावायरस के साथ दिल्ली के दंगों को जिम्मेदार बताया है।


दिल्ली में कोरोनावायरस से निपटने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एक उच्तस्तरीय बैठक की, जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों को बताया कि  कोरोना के प्रभाव से निपटने के लिए उनकी अध्यक्षता में एक राज्य स्तरीय कमेटी कोरोना से जुड़े मामलों पर लगातार काम कर रही है। इस कमेटी में दिल्ली सरकार के सभी विभाग, एमसीडी और एनडीएमसी और दिल्ली पुलिस भी शामिल है। बच्चों को स्कूलों में भी इससे निबटने के तरीके समझाए जा रहे हैं।


उन्होंने बताया कि दिल्ली में कोरोनावायरस का एक संक्रमित मामला सामने आया है, जो मयूर विहार का है, जिसकी जांच की जा रही है। दिल्ली ने इससे निबटने के लिए अपनी तरफ से तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस व्यक्ति से संबंधित 88 लोगों की जांच की गई है। दिल्ली एयरपोर्ट पर 1,16,589 लोगों की जांच की गई है। क्योंकि कोरोना का वायरस लगभग 14 दिन बाद सक्रिय होता है, जांच किये गए लोगों पर भी अगले दो हफ्ते तक नजर रखी जाएगी। एयरपोर्ट पर सभी लोगों की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है।

केजरीवाल ने बताया कि सरकार के पास पर्याप्त मास्क हैं, इसके अलावा शिकायतों की जांच भी करवाई जाएगी। दिल्ली के हर इलाके में मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है। सभी अधिकारियों को पीपी किट्स उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। कुछ जगहों पर इनके दाम बढ़ाने की शिकायतें मिल रही हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय इन पर भी निगरानी रख रहा है।

साथ ही उन्होंने बताया कि सूर्य होटल में जो लोग रुके थे, उनके संपर्क में आने वाले लोगों को आईसोलेशन में रखा जाएगा। अभी छावला से लोगों को सफदरजंग में शिफ्ट किया जाएगा। संक्रमित देशों से दिल्ली आए 5769 लोगों में से 4445 लोगों की जांच की जा चुकी है। बाकी लोगों से भी संपर्क कर उनकी चेकिंग की व्यवस्था की जा रही है।

दिल्ली में राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग अस्पताल को कोरोना वायरस से निबटने के लिए नोडल एजेंसी की तरह तैयार किया गया है। इसके अलावा दिल्ली सरकार लेडी हार्डिंग अस्पताल और एक अन्य अस्पताल में भी कोरोना के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने जा रही है। अभी दिल्ली में एम्स और एनसीडीसी में दो जगह पर कोरोना के केसों की जांच के लिए लैब उपलब्ध हैं। भविष्य में इसे और बढ़ाया जा सकता है।



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NEWS उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा ने लोगों के दिलों-दिमाग पर ऐसे जख्म दिए हैं, जो शायद ही कभी भर पाएं। राहत शिविर में मौजूद लोगों की आंखों से अपना दर्द बयां करते हुए टप-टप आंसू गिरने लगते हैं। रोते हुए लोगों की जुबां पर बस यह ही बयान था कि हमने किसी का क्या बिगाड़ा था। जैसे-तैसे इन लोगों ने हिंसा के समय अपने व परिवार की रक्षा की। उपद्रवियों ने इनका सब कुछ जला दिया। शिव विहार में रहने वाले 30 साल के राहत अली ने तो दूसरी मंजिल से कूदकर किसी तरह अपनी जान बचाई। उसकी पिछली गली में पानी भरा था और कीचड़ थी। ऐसे में पानी की वजह से उसे ज्यादा चोट नहीं लगी। कुछ लोग उपद्रवियों के हत्थे चढ़े। इन लोगों ने मरा हुआ समझकर उन्हें छोड़ दिया। लेकिन उनकी जान बच गई। शिव विहार गली नंबर-12, फेस-7 में रहने वाले मोहम्मद दिलशाद बताते हैं कि सोमवार 24 फरवरी को बाड़ा हिंदूराव स्थित ईदगाह इज्तमे में गए थे। वहां से शाम के समय वह अपने चार अन्य दोस्तों के साथ ऑटो से घर लौट रहे रहा था। इन लोगों ने टोपियां लगाई हुई थी। गामड़ी के पास न्यू उस्मानपुर पांचवा पुश्ते पर उपद्रवियों की भीड़ ने उनका ऑटो रुकवा लिया। दोस्त तो किसी तरह भाग गए। लेकिन दिलशाद को उपद्रवियों ने बुरी तरह पीटा। उसके दोनों हाथ तोडने के अलावा उसके सिर को कई जगह से फोड़ दिया गया। मरा हुआ समझकर उसे छोड़ दिया गया। दो दिन बाद उसे जीटीबी अस्पताल में होश आया तो उसकी पत्नी खुशनुमा ने बताया कि शिव विहार में उपद्रवियों ने उनका मकान भी जला दिया है। पूरा परिवार हिंसा से पहले ही मुस्तफाबाद पहुंच गया था। इसी तरह मोहम्मद रईस (40) भी अपनी पत्नी बेबी बेगम व चार बच्चों के साथ शिव विहार में गली नंबर-3 में किराए के मकान में रहते थे। हिंसा हुई तो वह परिवार के साथ दूसरी मंजिल पर मौजूद थे। शोर हुआ तो वह पूरे पझ्रिवार को लेकर पीछे वाले रास्ते से निकले, लेकिन उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। हमले में सिर में पत्थर लगने की वजह से रहीस से बुरी तरह जख्मी हो गए, लेकिन उनका परिवार सुरक्षित बच गया। उनके परिवार ने चमन पार्क में एक हिंदू भाई के घर पर शरण ली। वहीं, जाफराबाद में रहने वाले फिरोज का गोदाम उपद्रवियों ने लगा दिया। इसका टीवी के कार्ड का कारोबार है। गोदाम में 20 लाख रुपये का माल था जो जलकर खाक हो गया। फिरोज का कहना था कि वह अभी तक गोदाम तक नहीं पहुंच पाए हैं। उनके पड़ोसियों ने ही कॉल कर उन्हें गोदाम की फोटो भेजकर सूचना दी थी।
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विभाग के अधिकारी ने बताया कि एन 95 मास्क कम से कम चार बार इस्तेमाल किए जा सकते हैं। सभी कर्मचारियों को जरूरत के आधार पर पांच-पांच मास्क दिए जा रहे हैं जो अगले 20 दिनों के लिए पर्याप्त होंगे।
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विभाग के अधिकारी ने बताया कि एन 95 मास्क कम से कम चार बार इस्तेमाल किए जा सकते हैं। सभी कर्मचारियों को जरूरत के आधार पर पांच-पांच मास्क दिए जा रहे हैं जो अगले 20 दिनों के लिए पर्याप्त होंगे।
ऐसे में वह कैसे इलाज करेंगे? एम्स के चिकित्सीय अधीक्षक डॉ. डीके शर्मा ने मास्क उपलब्ध करवाने का आदेश जारी कर दिया। आदेश के तहत अस्पताल के सभी डॉक्टरों को विभाग अध्यक्ष द्वारा, सभी नर्स व टेक्निकल स्टाफ को डीएनएस व एएनएस के माध्यम से और मेंटेनेंस में लगे कर्मचारियों को नर्सेज के माध्यम से पांच-पांच मास्क उपलब्ध करवाए जाएंगे।